स्थान: मोमासर फार्म
प्रातः 05:45 से 06:30 बजे
शास्त्रीय संगीत के साथ योग
- योग गुरु - श्याम जोशी
- सितार वादन - पंडित हरिहरशरण भट्ट
स्थान: भोमियाजी का मंदिर
प्रातः 07:30 से प्रातः 08:30 बजे
मोमासर उत्सव उद्घाटन कार्यक्रम
- भजन गायन - बद्रीजी और शिवजी सुथार
स्थान: मोमासर चौपाल (जयचंद लाल पटावरी जी की हवेली)
प्रातः 11:00 से दोपहर 03:00 बजे
लुप्तप्रायः लोक संगीत परम्पराएं
- जोगिया सारंगी पर भक्ति संगीत - मांगीलाल जोगी एवं साथी
- कथोड़ी जनजाति संगीत
वाद्य - थालीसर, पावरी, तारपी, टापरा और घोरलिया
दोपहर 03:00से सायं 04:00 बजे
म्यूज़िक इन द हवेली चौक
- वाद्य जुगलबंदी - सुरनईया लंगा
कलाकार: अली, रमजान और लाल खान(सुरिंदा), लतीफ़(मुरली) - जुम्मा जोगी एवं साथियों का गायन
प्रातः 11:00 से सायं 05:00 बजे
गैर-मंचीय प्रस्तुतियां
- जादूगर - लाल भाई
- नटकला - महिपाल नट एवं साथी
- बहुरूपिया कला - संजीव बहुरूपिया एवं साथी
- ढोल और बैगपाइप वादन - श्रवण गेगावत एवं साथी
- कठपुतली कला - मनोज भाट
- लाइव पेन्टिंग - प्रो. सुब्रोतो मंडल एवं साथी
- अलगोजा वादन - यासिन राणा
प्रातः 11:00 से सायं 05:00 बजे
हस्त कौशल
- बुनाई कला - रामरखजी
- चीड़ का काम - राजकी सपेरा
- फड़ पेन्टिंग - अभिषेक जोशी
- कावड़ - द्वारका प्रसाद
- पट्टू बुनाई - भेराराम और मोड़ाराम मेघवाल
- कशीदाकारी और पेच-वर्क - खेताराम मेघवाल एवं साथी
- नेचुरल वुड आर्ट - नत्थू लाल जांगिड़
- काली मिट्टी की कारीगरी - रमेश प्रजापत
- परम्परागत बांदरवाल - विनोद दर्जी
- पीढ़ा बुनाई - गोपाल कुम्हार
- लकड़ी के खिलौने और बर्तन - सीताराम सुथार
- मिट्टी के खिलौने - राजेन्द्र शर्मा
- समुदाय क्राफ्ट - हरदोई का हस्त कौशल
- लोक संगीत वाद्य निर्माण – मोहन लोहार
- मोलेला मिट्टी कला – किशन कुम्हार
- लकड़ी कला – अमज़द खान
- कागज़ कला – गिरधारी और रेखा
स्थान: मोमासर फार्म
रात्रि 09:00 से 10:30 बजे
- वरिष्ठ मांगणियार कमायचा कलाकारों की संगत में गायन
- राजस्थानी लोक गीत - श्रीमती परवीन मिर्ज़ा एवं साथी
स्थान: मोमासर फार्म
प्रातः 05:45 से 06:30 बजे
शास्त्रीय संगीत के साथ योग
- योग गुरु - श्याम जोशी
- सितार वादन - पंडित हरिहरशरण भट्ट
प्रातः 07:30 से 08:30 बजे
- भक्ति संगीत - पुनमाराम मेघवाल एवं साथी
स्थान: मोमासर चौपाल (जयचंद लाल पटावरी जी की हवेली)
प्रातः 11:00 से दोपहर 03:00 बजे
लुप्तप्रायः लोक संगीत परम्पराएं
- जोगिया सारंगी पर भक्ति संगीत - मांगीलाल जोगी एवं साथी
- कथोड़ी जनजाति संगीत
वाद्ययंत्र - थालीसर, पावरी, तारपी, टापरा और घोरलिया
दोपहर 03:00 से सायं 04:00 बजे
म्यूज़िक इन द हवेली चौक
- भृतहरी कथा और शिवजी का ब्यावला - बाबूनाथ जोगी एवं साथी
- जंतर वाद्य यंत्र पर बगड़ावत देवनारायण महागाथा - अमराराम गुर्जर एवं साथी
प्रातः 11:00 से सायं 05:00 बजे
गैर-मंचीय प्रस्तुतियां
- जादूगर - लाल भाई
- नटकला - महिपाल नट एवं साथी
- बहुरूपिया कला - संजीव बहुरूपिया एवं साथी
- ढोल और बैगपाइप वादन - श्रवण गेगावत एवं साथी
- कठपुतली कला - मनोज भाट
- लाइव पेन्टिंग - प्रो. सुब्रोतो मंडल एवं साथी
प्रातः 11:00 से सायं 05:00 बजे
हस्त कौशल
- बुनाई कला - रामरखजी
- चीड़ का काम - राजकी सपेरा
- फड़ पेन्टिंग - अभिषेक जोशी
- कावड़ - द्वारका प्रसाद
- पट्टू बुनाई - भेराराम और मोड़ाराम मेघवाल
- कशीदाकारी और पेच-वर्क - खेताराम मेघवाल एवं साथी
- नेचुरल वुड आर्ट - नत्थू लाल जांगिड़
- काली मिट्टी की कारीगरी - रमेश प्रजापत
- परम्परागत बांदरवाल - विनोद दर्जी
- पीढ़ा बुनाई - गोपाल कुम्हार
- लकड़ी के खिलौने और बर्तन - सीताराम सुथार
- मिट्टी के खिलौने - राजेन्द्र शर्मा
- समुदाय क्राफ्ट - हरदोई का हस्त कौशल
- लोक संगीत वाद्य निर्माण – मोहन लोहार
- मोलेला मिट्टी कला – किशन कुम्हार
- लकड़ी कला – अमज़द खान
- कागज़ कला – गिरधारी और रेखा
स्थान: मोमासर ताल
रात्रि 8.30 से
- नगाड़ा बैंड वादन - नाथु सोलंकी
- सुरताल - जयपुर घराना कथक और मांगणियार की जुगलबंदी
- फायर पेन्टिंग - अजीत कुमार
- हंगेरियन लोक संगीत (जिप्सी) - म्यूज़सिकास
- खेजड़ी की बेटी - सच्ची कहानी पर आधारित संगीतमय नाट्य प्रस्तुति